Celtic Salt: कोनसा नमक होता है? इसको खाने के क्या हैं लाभ, उपयोग और उत्पादन? और शामिल है दूसरे नमक के प्रकार और इनके लाभ
Celtic Salt or सेल्टिक नमक एक प्राकृतिक खजाना
Celtic Salt, जिसे ग्रे नमक या सेल्टिक सी साल्ट भी कहा जाता है, समुद्री नमक का एक प्रकार है जिसे ब्रेटनी, फ्रांस के समुद्री तट से प्राप्त किया जाता है। यह नमक अपने प्राकृतिक, अपरिष्कृत और खनिजों से भरपूर गुणों के कारण विशेष रूप से जाना जाता है। यह लेख सेल्टिक नमक के इतिहास, स्वास्थ्य लाभ, उपयोग और इसके उत्पादन प्रक्रिया पर प्रकाश डालता है।
Celtic Salt का इतिहास और उत्पत्ति
सेल्टिक नमक का उत्पादन सदियों से चला आ रहा है। इसे ब्रेटनी क्षेत्र में सेल्टिक लोगों द्वारा खोजा गया था, इसलिए इसका नाम ‘सेल्टिक नमक’ पड़ा। इस नमक की उत्पत्ति समुद्र के जल को धीरे-धीरे प्राकृतिक रूप से सूखाने की प्रक्रिया से होती है, जिसमें धूप और हवा का प्रयोग किया जाता है।
Celtic Salt की उत्पादन प्रक्रिया
सेल्टिक नमक की उत्पादन प्रक्रिया बहुत ही विशेष और प्राकृतिक होती है। समुद्री जल को मिट्टी के तालाबों में रखा जाता है और प्राकृतिक रूप से वाष्पित किया जाता है। यह प्रक्रिया नमक को उसकी प्राकृतिक नमी और खनिजों को बनाए रखने में मदद करती है। परिणामस्वरूप, नमक का रंग हल्का ग्रे होता है और यह नमक में अद्वितीय खनिज प्रोफाइल बनाता है।
Celtic Salt के स्वास्थ्य लाभ
1.खनिज समृद्ध: सेल्टिक नमक में 80 से अधिक खनिज और तत्व पाए जाते हैं, जिनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम और आयरन शामिल हैं। ये खनिज शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
2. इलेक्ट्रोलाइट संतुलन: यह नमक शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, जो मांसपेशियों के कार्य और हाइड्रेशन के लिए आवश्यक है।
3. पाचन सुधार: Celtic Salt पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और पेट की समस्याओं को कम करने में सहायक होता है।
4. ब्लड प्रेशर नियंत्रण: इसमें सोडियम की मात्रा संतुलित होती है, जो उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
Celtic Salt के उपयोग
सेल्टिक नमक का उपयोग केवल खाद्य पदार्थों में ही नहीं, बल्कि विभिन्न घरेलू और सौंदर्य उत्पादों में भी किया जाता है। इसे सलाद, सूप, और विभिन्न व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा, इसे स्नान के नमक, स्क्रब, और सौंदर्य उत्पादों में भी शामिल किया जाता है, जो त्वचा को पोषण देने और उसे नरम बनाने में सहायक होते हैं।
निष्कर्ष
Celtic Salt न केवल एक प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है, बल्कि इसके उपयोग से व्यंजनों में भी विशेष स्वाद आता है। इसके बहुआयामी उपयोग और स्वास्थ्य लाभ इसे एक अनमोल प्राकृतिक खजाना बनाते हैं। यदि आप अपने आहार और जीवनशैली में एक स्वस्थ और प्राकृतिक तत्व जोड़ना चाहते हैं, तो Celtic Salt एक उत्तम विकल्प हो सकता है।
अब बात की जाए नमक खाने की, कि खाना कितना चाहिए? जानते हैं इसका जवाब
खाने में नमक हर किसी को पसंद है लेकिन खाने में कितना नमक खाना है ये सबके स्वाद पर निर्भर करता है। सेहत के लिए भी नमक में बहुत सी खूबियां छिपी होती है जिसे हम सब जानते हैं। सोडियम और क्लोराइड से भरपूर नमक सभी की थाली का हिस्सा होता है। पर नमक कहना कितना चाहिए यह एक बड़ा सवाल है। तो सेहत के माहिरों का मानना है की एक दिन में 2300 mg नमक एक व्यक्ति को एक दिन में खाना चाहिए यानि 2.3 ग्राम प्रतिदिन। इससे ज्यादा नमक आपके शरीर में इम्बैलन्स पैदा करता है, रक्तचाप को बढ़ावा देता है। उच्चरक्तचाप यानि हाई बीपी सीधे दिल की बीमारिओ से जुड़ा है।
भारतीय बाजार में 5 तरह के नमक मिलते हैं जिसमें सबके अपने फायदें हैं। आएये जानते हैं किस नमक के हैं क्या फायदें…
टेबल सॉल्ट यानी सादा नमक
टेबल सॉल्ट मे सोडीअम की मात्रा सबसे अधिक होती है। सोडीअम हाई BP के लिए जिम्मेदार होता है। अधिक सोडीअम से बॉडी में Dehydration यानि पानी की कमी होना, इससे खून गढ़ होता है और ब्लड प्रेशर बढ़त है। इसमें आयोडीन भी भरपूर होता है। ये रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है साथ ही सही मात्रा में लिया जाए तो इसके कई फायदे हैं। लेकिन ज्यादा मात्रा होने पर ये सीधे हड्डियों को प्रभावित करता है। ये हड्डियों को कमजोर कर देता है जिससे चलने फिरने में भी दिक्कत हो जाती है।
काला नमक यानि ब्लैक सॉल्ट
इसे गर्मियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है। ये पेट के कई विकारों को झट दूर करता है। इसके सेवन से कब्ज, बदहजमी, पेट दर्द में आराम मिलता है। इसको चाटने से उल्टी या उबाक में भी आराम मिलता है।
सेंधा नमक
इसे व्रत वाले नमक या रॉक साल्ट के नाम से भी जाना जाा है। इसे बिना रिफाइन किए बनाया जाता है। सादे नमक की अपेक्षा इसमें सबसे ज्यादा कैल्शियम, पोटोशियम और मैग्नीशियम होता है। जिन लोगों से किडनी संबंधी बीमारियों हैं उनके लिए इस नमक का सेवन बहुत जरुरी है।
सी सॉल्ट
ये नमक सादे नमक की तरह ही दिखता है। पेट की समस्या होने पर इस नमक के प्रयोग की सलाह दी जाती है। इससे पेट फूलना, तनाव, सूजन, गैस और कब्ज से आराम मिलता है।
लो सोडियम नमक
इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है। ब्लश प्रेशर की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं है। साथ ही मधुमेह और दिल के मरीजों के लिए भी ये कारगर है। हमारे भारत में टाटा और saffola के लो सोडीअम साल्ट आते हैं।