Saving Account Limit क्या होनी चाहिए यह जानना बहुत जरूरी है
सबसे पहले बात करते हैं महँगाई की मार की
आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आम लोगों को अपनी सैलरी से गुजर बसर करना ही मुश्किल हो गया है बचत करना नामुमकिन होता जा रहा है। पैसे की जरूरत को पूरा करने के लिए लोग तरह-तरह के बैंकों में जाकर लोन के लिए ट्राइ करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है की लोन देने वाले बैंक या कंपनी के जाल में फसते चले जाते हैं। वैसे तो लोन लेते टाइम सारे टर्म और कंडीशन को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए, पर वो इतने ज्यादा होते हैं कि कोई पढ़ना ही नहीं चाहता। लोग बिना शर्तें पढे साइन कर देते हैं, और जाल में फंस जाते हैं। महँगाई की मार के बावजूद कुछ लोग पैसा बचाने में कामयाब हो जाते हैं। पैसा कम है तो ठीक अगर ज्यादा है तो saving account की लिमिट की सोच पैदा होती है।
Saving Account Limit कितनी है आईए जानते हैं
Saving Account Limit सेविंग अकाउंट में पैसे रखने की वैसे तो कोई लिमिट नहीं है। आप जितना चाहे उतना पैसा रख सकते हैं। लेकिन आपको बता दे की अकाउंट में जमा रकम इनकम टैक्स के दायरे में भी आ जाती है। तो आपको इसकी आधिकारिक जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होगी। इसके साथ ही कमाई का स्रोत भी बताना पड़ेगा। आपको अपनी कमाई का पूरा ब्योरा देना होगा।
Saving Account Limit कितने रुपए पर पड़ेगा टैक्स?
Saving Account Limit अगर आप एक वित्त वर्ष में लगभग 10 लख रुपए से अधिक अमाउन्ट बैंक अकाउंट में जमा करते हैं तो उसकी जानकारी सेंट्रल बोर्ड आफ डायरेक्ट टैक्स को देनी होगी। अगर अपने खाते में ₹10 लाख से अधिक जमा किए हुए हैं, तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उसकी पूरी रिपोर्ट आपसे पूछेगा। अगर डिपार्टमेंट आपके दिए गए जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो वह जांच भी कर सकता है। अगर जांच में आप पकड़े जाते हैं तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ेगा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जमा रकम पर लगभग 60% टैक्स 25% सर चार्ज और 4 प्लस दी शेष टैक्स को लगा सकता है।
Saving Account Limit इसके साथ ही यह लिमिट एफडी में कैश डिपॉजिट, म्युचुअल फंड, बॉन्ड और शेयर में निवेश पर भी लागू होती है।
Saving Account Limit के बारे में सोचने से बेहतर विकल्प
बचत खाते में रकम रखने का कोई मतलब नहीं होता है। आप इस पैसों को शेयर बाजार या फिर म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। जहां से आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है। किन्तु इसके साथ ही अगर आप जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं तो फिर बैंक में ही पैसे को रखना सही होगा। इसके साथ ही आप अपने बैंक में उसे पैसों को फिक्स डिपाजिट भी करवा सकते हैं। इसमें आपको भी सुरक्षित रहेगा और उसे पैसे का भी अच्छा रिटर्न मिलता रहेगा
Saving Account Limit में आगे है
State Bank of India के तरफ से ग्राहकों के लिए कई तरह की खास स्कीम चलाती है। इस समय पर फिक्स डिपॉजिट पर निवेश करने वालों के लिए एक बेस्ट ऑप्शन है। बिना रिस्क उठाए हुए आप एसबीआई में अपने पैसे को निवेश कर सकते हैं। एसबीआई की तरफ से ग्राहकों को अलग-अलग टेन्योर के फिक्स डिपाजिट का ऑप्शन मिल रहा है। बैंक की तरफ से ग्राहकों को 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी की सुविधा मिल रही है।
Saving Account Limit में आगे आपको बता दे की एसबीआई की तरफ से अलग-अलग मैच्योरिटी अवधि के लिए एफडी सुविधा मिल रहा है। एसबीआई बैंक के तरफ से 3% से लेकर 6.5 फ़ीसदी तक ब्याज दे रहा है। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को बैंक के तरफ से 3.5% से लेकर 7.5% तक ब्याज का फायदा मिलेगा।
Saving Account Limit मान लीजिए कि अगर आप एसबीआई में 10 साल की मैच्योरिटी के लिए 1 लाख रुपया एक बार जमा करते हैं तो आपका 10 सालों को बाद यह पैसा डबल हो जाएगा। एसबीआई एफडी कैलकुलेटर के हिसाब से निवेशकों को 6.5% की दर से 90555 रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे और 10 साल बाद मैच्योरिटी पर 9055 रुपए मिलेंगे
Saving Account Limit इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को 7.5% की दर से ब्याज मिल रहा है। सीनियर सिटीजन अगर 10 साल की मैच्योरिटी के लिए एफडी करवाते हैं तो उनका पैसा डबल हो जाएगा। अगर आप 10 साल की एसबीआई एचडी में ₹100000 का निवेश करते हैं तो मैच्योरिटी होने पर 2 लाख से ऊपर पैसे मिलेंगे।